Reflect Orbital -यह सैटेलाइट मात्र 16 किलो के वजन का है इस तरह के फैसेलिटी को 2025 के अगस्त से अक्टूबर महीने तक लॉन्च किया जाएगा यह एक साथ पूरे उपग्रह फैमिली को ऑर्बिट में शिफ्ट किया जाएगा जिसका अभी से ऑर्डर 30000 से जोड़ा पार हो चुका है
यह सैटेलाइट अंधेरे रात को धूप में बदलने में माहिर है यह उपकरण रात में सूर्य के धूप का लगभग 50% धरती के तरफ परदान कर सकता है जिसका प्रायोज बहुत से धूप प्रोजेक्ट में किया जा सकता है रात दिन सोलर से ऊर्जा पैदा करने के लिए किया जा सकता है ऐसे बहुत से तरीके की जिसमे इस तरह के धूप का उपयोग करना बहुत अच्छा माना जा सकता है अब इस टेक्नोलॉजी के कुछ और फीचर और एप्लोकेशन और इसके रिफ्लेक्ट लाइट सिस्टम के बारे में चलिए जानते है आखिर यह सैटेलाइट किस तरह से काम करता है। Reflect Orbital
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Reflect Orbital Some Details
अंधेरे को प्रकाश में बदल देने वाला यह उपकरण कैलिफोर्निया में बनाया जा रहा है जो की कैलिफोर्निया के स्टार्टअप Reflect Orbital में बनाया जा रहा है यह सैटेलाइट भविष्य के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है और इस तरह के उपकरणों का विकास करने पर जोर दिया जा सकता है क्यू की
इस तरह के सैटेलाइट इको फ्रेंडली होते है और किसी तरह के प्रदूषण नही करते है जिससे धरती के जीवन के उपर किसी तरह का खतरा नही रह जाता है लेकिन अभी के समय में इस तरह के टेक के उपर बहुत से काम चल रहा है और बहुत से कंट्रोल सिस्टम को इंस्टाल किया जा रहा है और इनके उपर प्रयोग किया जा रहा है और उन्हें काम करने के लिए अक्षम बनाया जा रहा है।
Reflect Orbital App
यह कृत्रिम उपग्रह मोबाइल के एप्लीकेशन के साथ में जुड़ा हुआ रहेगा और इस उपग्रह के अंदर धरती के सभी जगह का नक्शा डाला जाएगा यह उपग्रह सीधे गूगल मैप के द्वारा कनेक्ट रहेगा और लोकेशन को ट्रैक करता रहेगा जब कोई व्यक्ति इस एप्लीकेशन को इंस्टाल करें के लोगों करके अपने ठिकाने पर रात के लिए धूप का मांग करेगा तो,
यह सैटेलाइट उस इंसान के लोकेशन का पता कर के उसके बताए गई जगह पर समय पर जा के इस जगह को सूर्य के धूप के प्रकाश से भर देगा हाल ही में परीक्षण में इसके क्षमता को अभी के लिए 4 मिनट तक प्रयोग में लिया गया और इस सैटेलाइट का प्रकाश करीब 5 KM तक चली जाती है जिसपर अभी और अपग्रेड के लिए काम चल रहा है इस टीम के CEO मेंबर नोवाक के द्वारा इस उपकरण के टेस्ट में बहुत अच्छा रिजल्ट मिले है इस टैक्नोलॉजी का परीक्षण बहुत पहले रूस में किया गया था जिसे सोशल इशू के कारण रोकना पड़ गया। Reflect Orbital
Reflect Orbital Reflection or Light
इस सैटेलाइट में कैलिफोर्निया के विज्ञानिको के द्वारा बहुत ही आधुनिक मशीनों से लैस टेक्निक के प्रयोग किया गया है इस उपग्रह के एक तरफ एक बहुत बड़े ऐनक को लगाया गया है यह ऐनक कोई सिंपल ऐनक नही है यह एक खास तरह का धातु का बना हुआ सीसा है,
इस तरह के धातु का प्रयोग स्पेस में भेजे जाने वाले उपग्रह के कैमरा के अंदर में किया जाता है यह सैटेलाइट सूर्य से आने वाले लाइट को धरती के तरफ कर देता है इस तरह का काम इस सैटेलाइट में लगे हुए सीसा के द्वारा किया जाता है जो की सूर्य के प्रकाश को धरती के भेजने के मदद करते है इस सैटेलाइट को धरती के एक जगह से दुसरे जगह पर भेजने के लिए इसके सेंसर का प्रयोग किया जाता है,
जो सभी सैटेलाइट में होता है यह उपग्रह एक तरह का मोबाइल टेक्नोलोजी के उपर बनाया गया है है जिसे 2025 के अक्टूबर के महीने में लॉन्च कर दिया जाएगा और इस के द्वारा प्राप्त धूप को प्रयोज किया जा सकता है इसके द्वारा प्राप्त धूप के प्रकाश को सोलर फार्म के उपर रात को किया जा सकता है Reflect Orbital
जिस कारण सोलर प्लान से लगातार रात को भी बिजली बनाया जा सकता है इस डिवाइस के जरिए वह खेत जहा बोए हुए फसल को जायदा धूप चाहिए होता है इसके लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है और किसी अंधरी जगह जहा किसी कारण बिजली नही पहुचाई जा सकती वहा पर इस तरह के प्रकाश का प्रयोग किया जा सकता है।